- आशंका

- पशुपालक ने बाघ हमले की जताई आशंका, देखा पैरो के निशान

- हलिया के मड़वा धनावल गांव में मंगलवार की देर रात की घटना जागरण संवाददाता, हलिया (मीरजापुर) :क्षेत्र के मड़वा धनावल गांव में मंगलवार की देर हाते में बंधी 35 बकरियों पर बाघ ने हमला कर दिया। इससे 19 बकरियों की मौत हो गई जबकि 12 बकरिया गंभीर रूप से घायल हो गई। दूसरे दिन जानकारी होने पर पशुपालक परेशान हो गया। वही पशुपालक के अनुसार हाते के पास बाघ के पैरों के निशान पाए गए हैं। ग्राम प्रधान ने पीड़ित पशुपालक को मुआवजा दिलाने के लिए वनविभाग से मांग की है।

गांव निवासी पशुपालक केशई पाल अपनी 35 बकरियों को चलंगा पहाड़ के पास बनाए गए अपने हाते में बांध रखी थी। मंगलवार की देर रात हाते में बंधी बकरियों के ऊपर बाघ ने हमला कर दिया। 17 बकरियों की मौके पर मौत होने के साथ ही 12 बकरियां घायल तथा 6 बकरियां मौके से गायब हैं। दूसरे दिन सुबह पशुपालक बकरियों को चारा डालने के लिए गया तो बकरियों को मृत व घायल देखकर हैरान रह गया। इतनी संख्या में बकरियों को मृत देखकर पशुपालक के होश उड़ गए। पशुपालक ने बाघ के हमले की आशंका जताई है। घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंचे ग्राम प्रधान रमेश सिंह ने घायल बकरियों के उपचार के लिए पशुचिकित्साधिकारी को सूचना दी। साथ ही घटना की जानकारी वनक्षेत्राधिकारी ड्रमंडगंज वीके तिवारी को देते हुए वन्यजीवों के हमले को देखते हुए मड़वा धनावल वन क्षेत्र में वनकर्मियों की रात्रिगश्त बढ़ाए जाने की मांग की। ग्राम प्रधान रमेश सिंह ने बताया पशुपालक के अनुसार हाते के पास बाघ के पैरों के निशान पाए गए हैं। वनविभाग से पशुपालक को मुआवजा दिलाने की मांग की गई है।

 

स्रोत- https://www.jagran.com/uttar-pradesh/mirzapur-17-goats-killed-12-injured-and-six-missing-in-tiger-attack-22336026.html

 


 
मिर्जापुर... तेंदुआ को देखकर भागा चरवाहा:17 बकरियां बनीं शिकार, वन विभाग का निर्देश- जंगल में न जाएं ग्रामीण, घरों के पास जलाएं आग- दैनिक भास्कर 
 
मिर्जापुर के हलिया वन क्षेत्र के मड़वा धनावल के पास जंगल में हिंसक जानवरों ने बकरियों के झुंड पर हमला कर दिया । उनके हमले में 17 बकरियों की मौत और 12 बकरियां घायल हो गई । बताया जाता है कि छह बकरियों को हिंसक जानवर उठाकर ले गए हैं।

जंगल में न जाने के निर्देश

मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रभागीय वनाधिकारी पी. एस. त्रिपाठी ने दो टीम गठित कर निगरानी करने का निर्देश दिए है । इस दौरान ग्रामीणों को भी जंगल में न जाने और घर के पास आग जलाकर रखने की चेतावनी दी है ।

17 बकरियां बनीं हिंसक जानवरों का शिकार

बताया जाता हैं कि पशुपालक केसई पाल जंगल में बकरियों को चराने गया था । उसी दौरान तेंदुआ के आकार के चार जानवरों को देखकर वह भाग निकला । आनन फानन में इसकी जानकारी गांव वालों को दी । वहीं जब बकरियों को ढूंढते हुए जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो 17 बकरियों की मौत हो चुकी थी और 12 बकरियां जख्मी हालत में पड़ी थीं। वहीं, काफी तलाश के बाद मौके से छह बकरियां गायब थीं।
आम लोगों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र

प्रभागीय वनाधिकारी पी. एस. त्रिपाठी ने बताया कि ड्रमंडगंज रेंज के मड़वा धनावल बबुरा कंपार्टमेंट संख्या ग्यारह आरक्षित वन इलाका है । यह आम लोगों के लिए प्रतिबंधित क्षेत्र हैं । जानकारी मिली है कि हिंसक जानवरों ने बकरियों पर हमला कर दिया है।

लोगों को किया जा रहा है जागरूक

वहीं, एहतियात के तौर पर वन विभाग की टीम गठित कर गश्त और कांबिंग कराई जा रही है। जंगल में जानवर चराने वाले तथा वन के आसपास के गांव में बसे लोगों को जागरूक किया जा रहा है। क्षेत्र में पंपलेट का वन कर्मियों ने वितरण किया हैं।
 
स्रोत- https://www.bhaskar.com/local/uttar-pradesh/mirzapur/news/the-shepherd-ran-away-after-seeing-the-leopard-in-mirzapur-forest-departments-instructions-villagers-should-not-go-to-the-forest-129252418.html