VENHF logo-mobile

April 15, 2015 | http://navbharattimes.indiatimes.com/metro/lucknow/other-news/police-firing-on-villagers-displaced-a-serious/articleshow/46924092.cms

सोनभद्र में दुद्धी क्षेत्र में बांध बनाने के लिए विस्थापित किए गए लोगों पर पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमें 24 लोग घायल हो गए। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों में पुलिस के भी 6 जवान हैं।

कनहर सिंचाई परियोजना के तहत बांध निर्माण से विस्थापित होने वाले सैकड़ों परिवार एक महीने से आंदोलनरत हैं। क्रमिक अनशन कर रहे विस्थापित मंगलवार की सुबह बांध पर काम शुरू होता हुए देख भड़क उठे और मजदूरों को भगाकर काम बंद करा दिया। जानकारी मिलने पर फोर्स के पहुंचने पर हालात और बिगड़ गए। देखते ही देखते पथराव होने लगा और पुलिस पर लाठी-डंडे से हमला किया गया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो स्थिति और भी बिगड़ गई। भीड़ ने दुद्धी कोतवाल कपिल देव को घेरकर उनपर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। उन्हें सिर और हाथ में चोटें आईं। इसके बाद पुलिस ने कोतवाल को बचाने के इरादे से फायरिंग कर दी, जिसमें अकलू (45) को गोली लग गई। इनके अलावा एक दर्जन ग्रामीण व पुलिसकर्मी पथराव- लाठीचार्ज में घायल हुए। मुख्यालय से कई थानों की फोर्स और पीएसी के साथ एसपी शिवशंकर यादव और प्रभारी डीएम महेन्द्र सिंह के पहुंचने के बाद भी विस्थापित वहां से नहीं हटे। वे निर्माण स्थल को घेरकर खड़े रहे तो, फोर्स भी कुछ दूर पर सामने डटी रही।

20 गांवों के 15 हजार विस्थापित

कनहर परियोजना में सोनभद्र के 11 और बिहार-झारखंड के 9 गांव के करीब 15 हजार ग्रामीण विस्थापित होंगे। 1976 में नारायण दत्त तिवारी ने इसका शिलान्यास किया था। उस समय परियोजना की लागत 27 करोड़ थी जो अब बढ़कर 2200 करोड़ रुपये हो गई है। प्रशासन की ओर से कुछ विस्थापितों को मुआवजा बांटा गया, लेकिन ज्यादातर अब भी विरोध में खड़े हैं ।

कोट

कोतवाल की जान बचाने के लिए पुलिस ने फायरिंग की थी। विस्थापितों से बातचीत कर रास्ता निकालने की कोशिश की जाएगी। गंभीर रूप से घायल अकलू और दुद्धी कोतवाल को इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया है।

शिवशंकर यादव, एसपी, सोनभद्र


Inventory of Traditional/Medicinal Plants in Mirzapur