May 20, 2015 | http://naidunia.jagran.com/national-dam-on-kanhari-river-would-be-completed-till2018-371692
लखनऊ,ब्यूरो। सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता आनंद मोहन प्रसाद का दावा है कि सोन नदी की सहायक कनहर नदी पर निर्माणाधीन बांध को 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य है, जिसमें मिट्टी कार्य समाप्ति की ओर है।
परियोजना को क्षेत्रीय विकास के लिए अनिवार्य बताते हुए उन्होंने कहा कि विवाद पैदा करने वाले तथ्यों को तोड़मरोड़ कर प्रस्तुत कर रहे हैं। इसकी अनुमति केंद्रीय जल आयोग ने सितंबर, 1976 को दी थी। वहीं प्रारंभिक अनुमानित लागत 27 करोड़ रुपये आंकी गई थी।
बता दें कि कनहर बांध यानि कनहर बहुद्देशीय परियोजना का शिलान्यास छह जनवरी, 1976 को तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी ने किया था। इसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश में सोनभद्र के अलावा छत्तीसगढ़ के सरगुजा और झारखंड से गढ़वा जिले शामिल होंगे। तीन राज्यों के करीब 80 गांव इसके प्रभाव क्षेत्र में आएंगे। इस परियोजना को 1979 में 55 करोड़ रुपये लागत अनुमान के साथ नए सिरे से तकनीकी अनुमति मिली। निर्माण का जिम्मा आंध्र प्रदेश की एचईएस इंफ्रा को दिया गया था।
1976 में पहले शिलान्यास के बाद बांध निर्माण कार्य शुरू होने और बंद हो जाने का सिलसिला जारी रहा। 1984 में काम रोका गया तो बताया गया कि आवंटित धन दिल्ली एशियाई खेलों के लिए स्थानांतरित कर दिया गया, लेकिन 1989 में काम फिर से शुरू हुआ। परियोजना का नया शिलान्यास 15 जनवरी, 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने किया था।